क्या कोटा से आई आई टी छीनने का सिर्फ बहाना था, एयरपोर्ट?
2017 तक भी देश के 23 में 2 आई आई टी ऐसे है जहा हवाई नेटवर्क तो दूर, रेल नेटवर्क भी नहीं है, सड़क यातायात भी काफी दुखदायी है ..फिर कोटा से आई आई टी सिर्फ हवाई नेटवर्क का हवाला देकर न खोले जाना एक छलावा था लाखो कोटा निवासियों के साथ ? लाखो विधर्थोयों के सपनो पर चोट करना था सिर्फ इस झूठे बहाने से?
मेरी शोध से पता चला की दश के आई आई टी मंडी एवं आई आई टी रोपड़ अभी तक रेलवे नेटवर्क एवं हवाई नेटवर्क से दूर है फिर भी आई आई टी जोधपुर के साथ ही यहाँ दोनों जगह कैंपस शुर हो गए ,जबकि कोटा में आये दिन टीम आती रही और उनकी सुई लास्ट में आकर हवाई सेवा पर आकर अटक गयी ...
अब मेरा सवाल उन सभी जिम्मेदार राजनेताओ से है जो उस समय अपने मुँह पर ताले लगा लिए थे ...
सिर्फ राजनीती मायनो के साथ आई आई टी को, जौधपुर भेजा गया,या आप लोग अपने तत्कालीन मुख्यमंत्री के सामने सच बयां नहीं कर पाये? क्या आप सिर्फ राजनीती कुर्सी के नीचे इतने दब गए थे की कोटा के भविष्य बर्बाद कर देना भी आपको मंजूर था ?
अब क्या सरकार इस बारे में जवाब देगी की बिना हवाई सेवा के आई आई टी खोलना मुश्किल है तो बिना रेल रेल एवं हवाई नेटवर्क इतने बड़े इंस्टिट्यूट कैसे खोल दिया?
अब क्या देंगे आप जवाब ?
आई आई टी मंडी के रेलवे नेटवर्क भी पिछले 8 सालो से कागजो में अटका पड़ा है जो चुनाव के साथ ही बड़े बड़े वादों के साथ उठता है और चुनाव ख़त्म होते ही वापस से कागज में दबा दिया जाता है ....
यह है अपने देश के राजनीती की तस्वीर ...चाहे सरकार कोई भी हो मिलते है नागरिको को बस झूठ के पुलिंदे ............
2017 तक भी देश के 23 में 2 आई आई टी ऐसे है जहा हवाई नेटवर्क तो दूर, रेल नेटवर्क भी नहीं है, सड़क यातायात भी काफी दुखदायी है ..फिर कोटा से आई आई टी सिर्फ हवाई नेटवर्क का हवाला देकर न खोले जाना एक छलावा था लाखो कोटा निवासियों के साथ ? लाखो विधर्थोयों के सपनो पर चोट करना था सिर्फ इस झूठे बहाने से?
मेरी शोध से पता चला की दश के आई आई टी मंडी एवं आई आई टी रोपड़ अभी तक रेलवे नेटवर्क एवं हवाई नेटवर्क से दूर है फिर भी आई आई टी जोधपुर के साथ ही यहाँ दोनों जगह कैंपस शुर हो गए ,जबकि कोटा में आये दिन टीम आती रही और उनकी सुई लास्ट में आकर हवाई सेवा पर आकर अटक गयी ...
अब मेरा सवाल उन सभी जिम्मेदार राजनेताओ से है जो उस समय अपने मुँह पर ताले लगा लिए थे ...
सिर्फ राजनीती मायनो के साथ आई आई टी को, जौधपुर भेजा गया,या आप लोग अपने तत्कालीन मुख्यमंत्री के सामने सच बयां नहीं कर पाये? क्या आप सिर्फ राजनीती कुर्सी के नीचे इतने दब गए थे की कोटा के भविष्य बर्बाद कर देना भी आपको मंजूर था ?
अब क्या सरकार इस बारे में जवाब देगी की बिना हवाई सेवा के आई आई टी खोलना मुश्किल है तो बिना रेल रेल एवं हवाई नेटवर्क इतने बड़े इंस्टिट्यूट कैसे खोल दिया?
अब क्या देंगे आप जवाब ?
आई आई टी मंडी के रेलवे नेटवर्क भी पिछले 8 सालो से कागजो में अटका पड़ा है जो चुनाव के साथ ही बड़े बड़े वादों के साथ उठता है और चुनाव ख़त्म होते ही वापस से कागज में दबा दिया जाता है ....
यह है अपने देश के राजनीती की तस्वीर ...चाहे सरकार कोई भी हो मिलते है नागरिको को बस झूठ के पुलिंदे ............
Ekdun sahi baat h saaf jhut tha sb. Shayad
ReplyDeleteright bro...
DeleteEkdun sahi baat h saaf jhut tha sb. Shayad
ReplyDeleteKya baat he yrr...muje lagta he ki aajadi ke 60 ye ho gye fir bhi aaj tk ...fir bhi desh ka vikaas wahi ka wahi he..
ReplyDeleteNeta paisa khate he...tax hum dete he...
Ye log to free flight ticket se trip krte he or humari city me na rail ki suvidha he,na flight ki..
Rajasthan ka chief minister agar tu ban jaaye to rajasthan ko japan banne se koi nahi rok payega...
hahahah ...le le maje ....me CM kyo dsh ka PM na ban jau???
DeleteNice post. Thanks for sharing.
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