आज हर भारतीय को कश्मीर पर हुए फैसले पर गर्व भी है और ख़ुशी भी लेकिन , हम भारतीय को इस जीत पर गर्व करना चाहिए न की कश्मीर के लोगो का उपहास, आज यदि हम लोग उनका स्वागत करने की बजाय तिरस्कार करेंगे, उपहास उड़ायेंगे तो हम कश्मीर की ज़मीन तो पूर्णतया पा लेंगे लेकिन कश्मीरियत को नहीं पा सकेंगे और किसी भी राज्य की धरोहर उनके लोगो से ही है...न की ज़मीन के टुकड़े से ।
उनकी भावनाओ का सम्मान करते हुए, अब हर भारतीय के सामने चुनौती होगी की कश्मीरियों को कैसे भारत की मुख्यधारा से जोड़ा जाये क्योकि आजतक उनको देशद्रोही ताकतों ने निजी स्वार्थ के लिए भारत एवं भारतीय को उनका दुश्मन बता रखा था, कल के कदम से उनके अंदर यह भावनाये और भड़क सकती है लेकिन अब हमें मौका मिला है उनको इतना सम्मान दे की वो खुद समझ जाये की उन्होंने जो आज पाया है वो उनके इतने सालो से वो क्यों गुमराह हुए , और यह अहसास सरकार नहीं हमको उनको करवाना है, हो सकता है आज वो दुखी हो क्योकि उनको यह लग रहा है उनका कश्मीर, उनकी ज़मीन, उनका रोजगार, उनकी संस्कृति सब भारत ने बंदूकों के दम पर छीन ली है , उनको यह गुमराह किया गया है कई सालो से , लेकिन अब यह हमारे जिम्मेदारी ही नहीं कर्तव्य भी है उनके इस भरम को तोड़े, उनको एहसास कराये की भारत ही उनका वजूद है भविष्य भी , उनका कश्मीर सुरक्षित हाथो में है, कश्मीरियत आपकी और आप भारत के, आपकी संस्कृति को भारत पूरी सुरक्षा देगा, हमे आपकी जमीन नहीं नहीं आप चाहिए, हमने जमीन के टुकड़े को नहीं, कश्मीरियत को भारत बनाया है..यह विश्वास दिलाना ही हमारा धर्म है ।
आज हिमाचल में बिहारी बाबू को नौकरी देने की बात करने पर जब हिमाचल में हाहाकार मचा हुआ है तो यही बात कश्मीर पर भी लागु होगी, आज हम सब आंख बंद करके प्लाट लेने की बात बोल कर उपहास उडा रहे है,वहाँ पर अपना ससुराल बनाने की, जैसी बात कर उपहास कर रहे है, कई प्रॉपर्टी डीलर के पर्चे फेसबुक पर वायरल कर रहे है, कई कश्मीरी महिलाओ के फोटो वायरल कर रह सन्देश दे रहे है अब कश्मीर भी हमारा ससुराल हो सकता है , लेकिन हकीकत यह है की हम कश्मीरी का दिल जीते बिना वो वादी नहीं महसूस कर सकते जिसको हम चाहते है ।
यह वो वक्त आ गया है की वहाँ के अलगाववादी, पाक परस्तो के द्वारा जो भी पट्टी पहाड़ी,कश्मीरी लोगो को भारत के खिलाफ पढ़ाई गयी थी उसको दूर करने का ,,,उनको यह महसूस कराना हर भारतीय का धर्म है की आप उपेक्षित नहीं हो , आपका घर छीना नहीं गया है बल्कि अब आपका घर , कुनबा और बढ़ गया है , आपका परिवार और बढ़ गया है ताकि पाकिस्तान अधिग्रह्त कश्मीर के लोग खुद उत्साहित हो की, भारत कब हमको भी हमारे परिवार में शामिल करेगा ? माननीय प्रधानम्नत्री और शाह ने जो आधा काम किया है अब हर भारतीय को वो पूरा करना है ताकि अगला कदम उठाने में इस जोड़ी को ज्यादा समय न लगे । हमारा कर्त्वय है की कश्मीर के डरे, सहमे हुए लोगो को भारतीय होने का गर्व महसूस करवाए,उनको मुख्यधारा से जोड़ने में मदद करे, उनको प्यार से यह महसूस करवाए की अब तक जिस अँधेरे में उनको रखा गया था वो अब सवेरा हो चूका है, हो सकता है उनको लगे की उनका घर कब्ज़ा लिया जायेगा उनकी वादी को उनसे छीन लिया जाएगा , लेकिन यह धर्म अब हर भारतीय का है की इस समय उनको भरोसे में लिया जाये ताकि वो खुद अलगावादी और देश के दुश्मनो को खुद मुहतोड़ जवाब दे ..और बाहें फैलाकर हमको भी दिल से गले लगाए ...
जिस तरह राजस्थान राजस्थानियों के बिना पूरा नहीं , जिस तरह से महाराष्ट्र मराठियों के बिना पूरा नहीं , जिस तारा बिहार बिहारियों के बिना पूरा नहीं , जिस तरह हिमाचल हिमाचलियों के बिना पूरा नहीं उसी तरह कश्मीर भी कश्मीरी लोगो के बिना पूरा नहीं हो सकता ...और सबसे बड़ी बात जिस तरह भारत की शान भारतीय है उसी तरह अब बड़ा दिल रखकर स्वागत करते है नए भारत का, कश्मीर भारत के स्वर्ग को तहे दिल से स्वीकार करते हुए कश्मीरी लोगो को भी स्वीकार करे ...
इसी उम्मीद के साथ हर भारीतय से अपील है की आइये कश्मीर का उनके लोगो के साथ नए भारत में तहे दिल से स्वागत करे ...भारत माता की जय
उनकी भावनाओ का सम्मान करते हुए, अब हर भारतीय के सामने चुनौती होगी की कश्मीरियों को कैसे भारत की मुख्यधारा से जोड़ा जाये क्योकि आजतक उनको देशद्रोही ताकतों ने निजी स्वार्थ के लिए भारत एवं भारतीय को उनका दुश्मन बता रखा था, कल के कदम से उनके अंदर यह भावनाये और भड़क सकती है लेकिन अब हमें मौका मिला है उनको इतना सम्मान दे की वो खुद समझ जाये की उन्होंने जो आज पाया है वो उनके इतने सालो से वो क्यों गुमराह हुए , और यह अहसास सरकार नहीं हमको उनको करवाना है, हो सकता है आज वो दुखी हो क्योकि उनको यह लग रहा है उनका कश्मीर, उनकी ज़मीन, उनका रोजगार, उनकी संस्कृति सब भारत ने बंदूकों के दम पर छीन ली है , उनको यह गुमराह किया गया है कई सालो से , लेकिन अब यह हमारे जिम्मेदारी ही नहीं कर्तव्य भी है उनके इस भरम को तोड़े, उनको एहसास कराये की भारत ही उनका वजूद है भविष्य भी , उनका कश्मीर सुरक्षित हाथो में है, कश्मीरियत आपकी और आप भारत के, आपकी संस्कृति को भारत पूरी सुरक्षा देगा, हमे आपकी जमीन नहीं नहीं आप चाहिए, हमने जमीन के टुकड़े को नहीं, कश्मीरियत को भारत बनाया है..यह विश्वास दिलाना ही हमारा धर्म है ।
आज हिमाचल में बिहारी बाबू को नौकरी देने की बात करने पर जब हिमाचल में हाहाकार मचा हुआ है तो यही बात कश्मीर पर भी लागु होगी, आज हम सब आंख बंद करके प्लाट लेने की बात बोल कर उपहास उडा रहे है,वहाँ पर अपना ससुराल बनाने की, जैसी बात कर उपहास कर रहे है, कई प्रॉपर्टी डीलर के पर्चे फेसबुक पर वायरल कर रहे है, कई कश्मीरी महिलाओ के फोटो वायरल कर रह सन्देश दे रहे है अब कश्मीर भी हमारा ससुराल हो सकता है , लेकिन हकीकत यह है की हम कश्मीरी का दिल जीते बिना वो वादी नहीं महसूस कर सकते जिसको हम चाहते है ।
यह वो वक्त आ गया है की वहाँ के अलगाववादी, पाक परस्तो के द्वारा जो भी पट्टी पहाड़ी,कश्मीरी लोगो को भारत के खिलाफ पढ़ाई गयी थी उसको दूर करने का ,,,उनको यह महसूस कराना हर भारतीय का धर्म है की आप उपेक्षित नहीं हो , आपका घर छीना नहीं गया है बल्कि अब आपका घर , कुनबा और बढ़ गया है , आपका परिवार और बढ़ गया है ताकि पाकिस्तान अधिग्रह्त कश्मीर के लोग खुद उत्साहित हो की, भारत कब हमको भी हमारे परिवार में शामिल करेगा ? माननीय प्रधानम्नत्री और शाह ने जो आधा काम किया है अब हर भारतीय को वो पूरा करना है ताकि अगला कदम उठाने में इस जोड़ी को ज्यादा समय न लगे । हमारा कर्त्वय है की कश्मीर के डरे, सहमे हुए लोगो को भारतीय होने का गर्व महसूस करवाए,उनको मुख्यधारा से जोड़ने में मदद करे, उनको प्यार से यह महसूस करवाए की अब तक जिस अँधेरे में उनको रखा गया था वो अब सवेरा हो चूका है, हो सकता है उनको लगे की उनका घर कब्ज़ा लिया जायेगा उनकी वादी को उनसे छीन लिया जाएगा , लेकिन यह धर्म अब हर भारतीय का है की इस समय उनको भरोसे में लिया जाये ताकि वो खुद अलगावादी और देश के दुश्मनो को खुद मुहतोड़ जवाब दे ..और बाहें फैलाकर हमको भी दिल से गले लगाए ...
जिस तरह राजस्थान राजस्थानियों के बिना पूरा नहीं , जिस तरह से महाराष्ट्र मराठियों के बिना पूरा नहीं , जिस तारा बिहार बिहारियों के बिना पूरा नहीं , जिस तरह हिमाचल हिमाचलियों के बिना पूरा नहीं उसी तरह कश्मीर भी कश्मीरी लोगो के बिना पूरा नहीं हो सकता ...और सबसे बड़ी बात जिस तरह भारत की शान भारतीय है उसी तरह अब बड़ा दिल रखकर स्वागत करते है नए भारत का, कश्मीर भारत के स्वर्ग को तहे दिल से स्वीकार करते हुए कश्मीरी लोगो को भी स्वीकार करे ...
इसी उम्मीद के साथ हर भारीतय से अपील है की आइये कश्मीर का उनके लोगो के साथ नए भारत में तहे दिल से स्वागत करे ...भारत माता की जय
वाह
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