Skip to main content

आई आई टी रोपड़, स्टाफ नर्स भर्ती में तो हद ही कर दी...जिसको माना अपात्र उसी को करवा दिया लिखित परीक्षा में टॉप

आई आई टी मंडी, आई आई टी गुवाहाटी के बाद अब आई आई टी रोपर मे भर्ती में हो रही अनियिमितता एवं अन्य की शिकयतें लगातार आ रही है, जिनको मंत्रालय तक पंहुचा रहा हु, सीधे चीफ सेक्रेटरी तक। लेकिन दुर्भाग्य है चीफ सेक्रेटरी कुछ करते नहीं वो बस आश्वासन देते है खेर कोई नहीं, जल्द आई आई टी रोपड़ के लिए भी शायद हाई कोर्ट के दरवाजे पर पहुंचने वाले है , और चंडीगढ़ के वकील साहब तो बड़े ही धुरन्धर है।

लेकिन सोचने की बात है , आजकल हिंदुस्तान पेट्रोलिम, डिपार्टमेंट ऑफ़ पर्सोनल ट्रेनिंग, सेण्टर विजिलेंस डिपार्टमेंट लोगो को तरह-तरह के मैसेज भेजकर बोल रहे है की करप्शन हटाओ अभियान में शपथ लीजिये  और अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड कीजिये, यह बिलकुल ऐसा है जैसे गंजे के सर पर कंगी करना। सरकार यह ढोंग कर क्यों रही है जब करप्शन के ऊपर कोई कारवाही करनी है नहीं तो ? लोग भी पागल की तरह  देशभक्ति में, गुब्बारे की तरह ही फूल रहे है, सर्टिफिकेट डाउनलोड करके ऐसे जैसे बस अब करप्शन के खिलाफ अंतिम जंग की तैयारी में सबसे बड़े सिपाही वो ही है, अरे देशभक्तो यह तो बताओ CERTIFICATE  डाउनलोड करने के बाद आपने देशहित में कितने मामले को रिपोर्ट किया है और उनमे से कितने मामलो में कारवाही हुई है?

खेर छोड़ो यह सब, में बात कर रहा हु आई आई टी रोपड़ में अब लगातार चल रही अनियिमितता की, अभी ताजा उदाहरण आया है स्टाफ नर्स की भर्ती में जो 31 अक्टूबर को हुई है।  श्रीमती रजनीश कौर के चयन पर गंभीर अनयिमतता का आरोप है, कहा जा रहा है इनका चयन हो गया है STAFF  नर्स की भर्ती में और सबसे मजे की बात है श्रीमती रजनीश कौर को पहले अपात्र की लिस्ट में डाला गया था जबकि अब उनका चयन हो चूका है ।

आई आई टी रोपड़ ने 25 जून 2019 को संस्थान की वेबसाइट पर इस भर्ती के लिए जो एलिजिबल, Provisionally  एलिजिबिल, एवं इनएलिजिबल(अपात्र) अभ्यर्थियों की सूचि डाली थी। पात्र अभ्यर्थियों की संख्या 164, प्रोविसिनल पात्र अभ्यर्थियों की 58 एवं अपात्र अभ्यर्थियों की 1020 । जो अभ्यर्थी पात्र थे उनको कॉल लेटर मेल के माध्यम से भेजा जा चूका था जो प्रोविसिनल पात्र थे लिस्ट में उनके नाम के सामने उनके फॉर्म में जो कमी रह गयी  वो दर्शायी गयी थी एवं  उनको 10 जुलाई तक वो डॉक्यूमेंट मेल के माध्यम से जमा करने की छूट दी गयी थी यदि वो बताया गया डॉक्यूमेंट जमा कर देते तो उनको भर्ती परीक्षा के पात्र माना जाना था और अब तीसरी सूचि थी अपात्र की जिसमे अभ्यर्थियों के अपात्र होने का कारण भी दर्शाया गया था और उनको कोई डॉक्यूमेंट जमा करना था इसके बारे में कोई सुचना नहीं थी । एक तरह से उनको इस भर्ती से अब टाटा -बाय -बाय कहा जा चूका था । इस भर्ती के लिए आये फॉर्म की संख्या जो वेबसाइट पर दर्शायी गयी थी वो  कुल मिलाकर 1242 थी ( 164+58+1020) ।


 श्रीमती रजनीश जी का नाम अपात्र की लिस्ट में सीरियल नंबर 107 पर था। वैसे पारदर्शिता के मामले में आई आई टी रोपड़ ने आई आई टी मंडी को कही पीछे छोड़ दिया और यह लिस्ट वेबसाइट पर अपलोड करके दर्शा दिया की हम जो भी करते है ठोक बजा कर करते है । उस अपात्र की लिस्ट में अपात्र होने का कारण भी तीसरे कॉलम में दर्शाया गया जिससे अपात्र लोग मायूस न हो और जान सके की की क्यों उनको अपात्र माना गया है । आई आई टी मंडी में इतनी मेहनत नहीं की जाती है ,वहां तो अंधेर नगरी चौपट राजा का राज है, जो ठग ने एक बार कह दिया तो फिर वो अपने आप की भी नहीं सुनता ।खेर हम आई आई टी रोपड़ की बात कर रहे है , है तो उस अपात्र की लिस्ट में श्रीमती रजनीश जी को अपात्र घोषित करने का कारण बताया गया " शार्ट फॉल ऑफ़ एक्सपेरिंस " यथार्थ अनुभव की कमी "।

अब शुरू होता है खेल आई आई टी रोपड़ के जादू का । आई आई टी रोपड़ ने कुछ दिन पहले ही वेबसाइट पर अपडेटेड लिस्ट डाली जिसमे पात्र और अपात्र अभ्यर्थी की सूचि थी । यह लिस्ट दुबारा क्यों डाली गयी इसका कारण था की जिन प्रोविसिनल पात्र अभ्यर्थियों को फॉर्म में कमी सुधारने का एक मौका दिया गया था अब उनमे से जिन लोगो ने कमी समय के अंदर दूर कर दी, उनको शामिल कर लिया जाना था  और बाकि को अपात्र की श्रेणी में  डालना । अब पात्र अभ्यर्थी की सूचि 164 से बढ़कर 169 हो चुकी थी वही अपात्र की संख्या 1020 से बढ़कर 1071। यानि पांच लोगो को और पात्र मान लिया गया बाकि सबको अपात्र घोषित करके विदा कर दिया गया। अब चमत्कार यह हुआ की श्रीमत रजनीश कौर जो पहले से ही अपात्र की लिस्ट में थी और उनको बाकि 1019 लोगो के साथ विदाई दी जा चुकी थी वो पात्र हो चुकी थी । जबकि 1020 जो 25 जून 2019 को अपात्र घोषित किये गए थे उनको उनके फॉर्म में कमी , या कुछ भी डॉक्यूमेंट जमा करने का कोई निर्देश नहीं दिया गया था लेकिन कहा जा रहा है श्रीमती रजनीश जी का जो शार्ट फॉल ऑफ़ एक्सपेरिंस था अब पूरा ही चूका था एवं उनको पात्र मान लिया गया कहा जा रहा है की रजनीश ने जैसे ही अपात्र में नाम देखा तो किसी संघा हॉस्पिटल से एक्सेपेरिंस सर्टिफिकेट बनवा लिया, चलो ठीक है बनवा भी लिया तो लेकिन बात यहाँ है की उनका यह सर्टिफिकेट एक बार अपात्र होने के बाद कंसीडर कैसे कर लिया गया ?  अब उनका नाम नयी लिस्ट में पात्र अभ्यर्थियों में 22वें नंबर पर था 

 2 स्टाफ नर्स की भर्ती में अब एक चयन रजनीश कौर का पक्का माना जा रहा है । यहाँ सबसे बड़ा सवाल है, क्या बाकि 1019 अभ्यर्थी जिनको किसी कारणवश अपात्र माना गया था, उनको भी कोई मौका दिया गया था दुबारा फॉर्म में कमी सुधारने का या कही से भी एक्सपेरिंस सर्टिफिकेट बनवा कर जमा करने का ? यदि नहीं तो रजनीश को क्यों?

आपको जानकर हैरानी होगी की लिखित परीक्षा टॉप करने वाली रजनीश जी का स्किल टेस्ट कहा हुआ था, रजनीश जी का आई आई टी रोपड़ की स्टाफ नर्स के लिए स्किल टेस्ट लिया गया "परमार हॉस्टपिटल " यानि की निजी अस्पताल में । अब बताओ नौकरी है सरकारी और स्किल जैसा महत्वपूर्ण टेस्ट लिया गया निजी अस्पताल में , है ना मजे की जोरदार बात , अब इसके पीछे कारण या यु कहे तो आरोप क्या है इसका भी आपको वर्णन मिलेगा नीचे ।

पहले जान ले रजनीश जी पर ऐसी मेहरबानी क्यों...

रजनीश जी श्री सरबजीत जी की धर्मपत्नी है, सरबजीत जी आई आई टी रोपड़ में ही रेगुलर कर्मचारी है ।
इस भर्ती के लिए पांच लोगो की चयन समिति बनायीं गयी जिसका मोगेम्बो यानि हेड यानि की चेयरपर्सन बनाया गया प्रोफ पी. के. रैना को  । अब यही से शुरू होता है रजनीश के लिए होने वाले जादू की कहानी । रजनीश के पति सरबजीत जो है प्रोफ रैना साहब के ही अंडर में काम करते है, उनके सारे काम सरबजीत जी के द्वारा ही संपन्न होते है। अब आई आई टी रोपड़ की हवा में जो अफवाहे है घूम रही है उनमे से सबसे बड़ी अफवाह है की सरबजीत जी लिखित परीक्षा के पहले रैना बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने गए थे जिसमे प्रसाद स्वरुप उन्हें पेपर प्राप्त हुआ । वैसे अफवाह है यह तो , आई आई टी मंडी में तो पेपर यही मिल जाता है ..वहां भी ऐसे ही प्रसाद बाटे जाते है और उसका परिणाम है की  जो बच्चे 12 तक अच्छी बोर्ड से नहीं कर पाए, 10वीं की परीक्षा ग्रेजुएशन के बाद पास की आज जुइनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट बने हुए है , आई आई टी में हर वो जादू देखने को मिलेगा जो आप सोच नहीं सकते । आई आई टी रोपड़ में , अब यह कहा तक सच है इसकी पुष्टि तो बाबा रैना दास या सरबजीत जी ही कर सकते है। दूसरी बड़ी अफवाह है की निजी "परमार हॉस्पिटल" में स्किल टेस्ट कंडक्ट करवाने का आदेश भी बाबा रैना दास ने दिया क्योकि परमार हॉस्पिटल में सरबजीत की अच्छी पकड़ है एवं रैना साहब धर्मगुरु श्री टिब्बी साहब गुरुद्वारा के बहु बड़े फोल्लोवेर है और सरबजीत जी गुरूद्वारे के हेड से क्लोज कनेक्शन है और तो कहा जा रहा है की स्किल टेस्ट के दौरान महाराज जी खुद परमार हॉस्पिटल में आये और डॉ परमार जो की अस्पताल के मालिक बताये जाते है उनको इंस्ट्रक्शन दिए की रजनीश जी की हर संभव मदद करे।अब यह बात कितनी सत्य है महाराज जाने, सरबजीत जाने एवं रैना साहब जाने  । लेकिन मुद्दा तो यह है की निजी अस्पताल में स्किल टेस्ट लिया क्यों? अब अगली अफवाह है की पुरे भर्ती के समय सरबजीत जी जो की आई आई टी के रेगुलर कर्मचारी है हर समय धर्मपत्नी के साथ रहे वो भी बिना आज्ञा के ।

सब गोलमाल है ..

अब देखना है की इतने बड़े घपले को कैसे यह पढ़े लिखे बुद्धिमान आतंकवादी सही साबित करते है ।

मेने शिकायत डाल कर खानापूर्ति तो कर दी है अब देखना है की मंत्रालय की कुम्भकरण नीदं कब खुलती है

अब एक बात और की आई आई टी रोपड़ स्टाफ को कॉलेज खर्चे या यु कहे तो टैक्स पैर की मनी से फाइव स्टार होटल में पार्टी देते है,,,पिछली दो पार्टी में छ: लाख रुपये के लगभग खर्च कर दिए इन भूख़ड ने पार्टी में, जो की  वित्त मंत्रालय के नियमो के खिलाफ है जिसकी भी शिकायत कर रखी है ।

भारत में Tax Payer लोग टैक्स भरते ही इसलिए है ताकि इन जैसे बदमाश लोग मौज कर सके ,और फिर कहते है की देश में वित्तीय हालत सही नहीं है ।

अभी एक बड़े मुद्दे पर दिल्ली हाई कोर्ट में जनहित याचिका लगायी है जिसकी सुनवाई जल्द होने वाली है उस जनहित याचिका में आठ बड़ी आई आई टी को पार्टी बनाया है मेने , आई आई टी मंडी , मुंबई,कानपूर,खरगपुर, दिल्ली, मद्रास, पटना और गुवाहाटी  । अब देखते है यदि नोटिस इशू हो जाता है तो मामला बड़ा बनेगा ...इतना एक्स पैर का पैसा बर्बाद कर रहे है यह आई आई टी के नाम पर जिसकी कोई हद नहीं..राष्ट्रवाद कि सरकार को अभी इस और ध्यान देना जरुरी नहीं लगता ...सब कुछ बर्बाद हो जायेगा तब वो शयद थोड़ा सा ध्यान दे सकेंगे..लेकिन   तब तक में लड़ रहा हु,  मेरी शक्ति है तब तक लड़ रहा हु । बाकि में भी कोई शक्तिमान नहीं हु।

चलो अब विराम देता हु शब्दों को...दुआ करना दिल्ली हाई कोर्ट से नोटिस इशू हो जाये ताकि अगली याचिका आई आई टी रोपड़ के लिए लगा सके ।

Comments

Popular posts from this blog

देव भूमि हिमाचल को मिला "कृष्ण भक्त" सादगी और परोपकार के धनि निर्देशक आई आई टी मंडी के लिए,बहुतो के पेट में हो रहा दर्द

हिमाचल आई आई टी मंडी को लगभग 2 वर्षो बाद पुर्णकालिन निर्देशक मिल ही गया है. इससे पहले आई आई टी मंडी में निर्देशक श्री टिमोथी ऐ गोनसाल्वेस थे जिन्होंने 10 वर्षो से भी ऊपर आई आई टी मंडी में निर्देशक के पद पर कार्य किया था.  उनके कार्यकाल के समय कई कोर्ट केस भी हुए, घोटालो के आरोप लगे जो अभी तक उच्च न्यायलय में विचाराधीन है. अब आई आई टी मंडी जो की देव भूमि हिमाचल के सबसे बड़े जिले मंडी में स्थित है, को एक दशक बाद दूसरा, नया पूर्णकालिक निर्देशक मिला है जिनका नाम  श्री "लक्ष्मीधर बेहेरा"है.किन्तु यह दुखद है की उनके निर्देशक नियुक्त करने की घोषणा के बाद एवं पद ग्रहण करने से पूर्व ही उनको बेवजह की कंट्रोवर्सी में खींच लाया गया और एक एजेंडा के तहत नरेटिव सेट कर दिया गया .  यह इसलिए हुआ क्योकि वो तिलकधारी है, श्री कृष्ण के उपासक है,सेवा भावी है , छल कपट, आडम्बर से दूर है. सूट-बूट, कोट-पेंट के बजाय कई बार धोती एवं सादा सा कुर्ता पहन, गले में तुलसी माला धारण कर अपने कर्मो का निर्वहन करते है.      प्रोफ बेहेरा के बारे में थोड़ा सा जान ले... प्रोफ बेहेरा आई आई टी कान...

नवरात्रे हुए सम्पन्न, देखते है मातारानी के पांडाल में गरबे के आयोजन में नाचने वाले कितने काफिर पर जारी होता है फतवा...

उत्तर प्रदेश में हर-हर शम्भू भजन की कॉपी गाने वाली तीन तलाक पीड़िता गायक कलाकार फ़रमानी नाज हो या फिर अलीगढ़ की रूबी खान जिसने खुद के घर में गणेशोत्सव पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की और तो और रांची की योग सिखाने वाली टीचर राफिया नाज तक को इस्लाम धर्म के तथाकथित नियमो के विपरीत जाने के आरोप पर फतवे का सामना करना पड़ा।आगे बात करे तो भारतीय क्रिकेट के स्टार मोहम्मद शमी तक के ख़िलाफ़ दशहरे की शुभकामनाएं देने के जुर्म में इस्लाम के मौलाना-मौलवियों ने फतवे जारी करने की धमकी दे डाली थी । लेकिन पुरे नो दिन के नवरात्रि निकल गए, समस्त गरबे भी सफलतापूर्वक संपन्न हो गए, मेरी निगाहे टक-टकी लगाकर देश के किसी भी कोने से, मातारानी के पांडाल में उनके चारो तरफ परिक्रमा करते हुए धूम-धाम से जयकारा लगाते, संगीत पर नाचने-गाने वाले मुस्लिम काफिरो के ख़िलाफ़ फतवे का इंतजार कर रही है। इस्लाम में मूर्ति पूजा, नाचना-गाना, दूसरे धर्म के धर्म स्थलों पर जाकर माथा टेकना, यहाँ तक भारत माता की जय, वन्दे मातरम नारे लगाना तक हराम है, फिर इन मुस्लिम युवाओं के ख़िलाफ़, जो अपनी पहचान ऊँचे पजामे, जालीदार गोल टोपी, बिना मू...

आंदोलनजीवियों के हथकंडो से कब तक होते रहेंगे राजमार्ग बंधक,क्या आमजन के फंडामेंटल राइट्स की परवाह नहीं किसी को?

 दिल्ली के पास स्थित शम्भू बॉर्डर पर डेरा डाल कर तथाकथित पंजाब से आये किसानों का प्रर्दशन चल रहा है और वो देश की राजधानी दिल्ली में घुसने की मांग कर रहे है, जबकि केंद्र सरकार पिछले आंदोलन जिसमे (लालकिले पर खालिस्तानी झंडा लहराने और पुलिस को बुरी तरह पीटने) बड़ी अराजकता होने से सरकार की बुरी स्थिति हो गयी थी, से सबक लेकर इनको बॉर्डर पर ही रोकने पर आमादा है।। तथाकथित पंजाब से आये किसानों के इरादों और बातो से ऐसा प्रतीत होता है जैसे मुगलिया सल्तनत ने दिल्ली पर कूंच कर दी हो और वह दिल्ली के राजा को डरा धमका कर गद्दी से हटाना चाहते हो। जिस तरह की तस्वीरें शम्भू बॉर्डर से आ रही है उन्हें देखकर किसी भी तरीके से मासूम अन्नदाता किसानो का आंदोलन यह कहा ही नहीं जा सकता।                   आम आदमी पार्टी की सरकार वाले राज्य पंजाब से 10 हजार के लगभग इन तथाकथित अन्दोलनजीवियो का आगमन हुआ है,लगता है शायद इनको एजेंडा के तहत भेजा गया हो भारत सरकार के खिलाफ किसानो के नाम से हुड़दंग मचाकर परेशां करने का। चूँकि लोकसभा चुनाव का बिगुल अब बजने ही वाला है...