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सात महीनो में मात्र 7.5% लोगो का ही हुआ कोरोना वेक्सिनेशन पूरा,10 करोड़ 41 लाख 91 हजार 118 लोगो को ही लगी सेकंड डोज़

18 से 44 वर्ष आयु ग्रुप वाले वैक्सीन की फर्स्ट डोज़ में सबसे आगे तो सेकंड डोज़ में सबसे पीछे.

कोरोना वायरस से बचाव का एक मात्र उपाय इसकी वैक्सीन ही है. इसकी दोनों डोज़ लेने के बाद ही कोरोना से लड़ा जा सकता है.लेकिन 138 करोड़ की जनसँख्या वाले भारत में अभी तक आधी आबादी को कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज़ भी नसीब नहीं हुई जबकि देश में कोरोना वेक्सिनेशन की शुरुआत 16 जनवरी को से हुई थी. देश के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को और रफ़्तार पकड़ना अभी बाकि है.सात महीने बीतने के बाद भी केवल 34.20% लोगो को ही वैक्सीन की डोज़ लग पायी है. 

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने 31 जुलाई तक देश में हुए टीकेकरण की स्थिति स्पष्ट की. विभाग ने विभिन्न श्रेणियों में लगे टीके का आंकड़ा उपलब्ध करवाया साथ ही प्रत्येक राज्य को जनवरी से जुलाई 23 तक कितनी-कितनी वैक्सीन दी उसका डाटा भी मुहैया करवाया. 

दिए गए जवाब में बताया की 31 जुलाई 2021 तक देश में कुल 10 करोड़ 41 लाख 91 हजार 118 लोगो का ही वेक्सिनेशन अब तक पूरा हो पाया है यानि की जिनको कोरोना की फर्स्ट & सेकंड, दोनों डोज़ लगायी गयी है जबकि 36 करोड़ 78 लाख 43 हजार   730 लोगो को फर्स्ट डोज़ लगाई जा चुकी है और वो दूसरी डोज़ के इंतजार में है. दोनों डोज़ मिलाकर देखा जाये तो 31 जुलाई तक 47 करोड़ 20 लाख 34 हजार 848 वैक्सीन की डोज़ लगाई जा चुकी है जो वर्तमान भारत की जनसँख्या का लगभग 34.2%है. दूसरे शब्दों में कहा जाये तो भारत के 65.80% लोगो को अभी तक कोरोना की एक भी डोज़ नहीं लगी.

1 करोड़ 3 लाख 11 हजार 317 हेल्थ केयर वर्कर को फर्स्ट एवं 78 लाख 55 हजार 614 को सेकंड डोज़ लग चुकी है. फ्रंट लाइन वर्कर में 1 करोड़ 13 लाख 63 हजार 183 का वेक्सिनेशन पूरा हुआ जबकि 1 करोड़ 79 लाख 78 हजार 88 को फर्स्ट डोज़ ही लगी है. 18 से 44 वर्ष आयु वाले ग्रुप के लोगो में सबसे कम वेक्सिनेशन पूरा हुआ, इसमें दोनों डोज़ ले चुके लोगो की संख्या मात्र 88 लाख 87 हजार 38 है जबकि फर्स्ट डोज़ लेने में यह ग्रुप अव्वल रहा. 31 जुलाई तक इस ग्रुप के 15 करोड़ 69 लाख 10 हजार 991 लोगो को फर्स्ट डोज़ लग चुकी है. 45 से 59 वर्ष आयु वाला ग्रुप सेकंड डोज़ लगवाने में पहले पायदान पर रहा, इसमें 3 करोड़ 94 लाख 14 हजार 954 लोगो को सेकंड डोज लग चुकी है जबकि 10 करोड़ 65 लाख 23 हजार 802 लोगो को फर्स्ट डोज दी जा चुकी है. 60+ वर्ष आयु ग्रोपु का वेक्सिनेशन देश में सबसे पहले शुरू हुआ था इसमें अब तक 3 करोड़ 66 लाख 70 हजार 329 लोग सेकंड डोज लगवा चुके है जबकि 7 करोड़ 61 लाख 19 हजार 532 लोग फर्स्ट डोज लेकर दूसरी डोज का इंतजार कर रहे है.

31 जुलाई तक हुए वेक्सिनेशन में उत्तर प्रदेश पहले, महाराष्ट्र दूसरे, गुजरात तीसरे, राजस्थान चौथे एवं कर्णाटक पांचवे पायदान पर है. उत्तर प्रदेश में 4 करोड़ 84 लाख 41 हजार 824, महाराष्ट्र में 4 करोड़ 46 लाख 66 हजार 687, गुजरात में 3 करोड़ 37 लाख 27 हजार 302, राजस्थान में 3 करोड़ 28 लाख 10 हजार 318 एवं कर्णाटक में 3 करोड़ 6 लाख 56 हजार 903 वैक्सीन अब तक लगाई जा चुकी है.

केंद्र ने राज्यों को जनवरी में 2,14,89,720 फ़रवरी में 2,39,38,360 मार्च में 4,75,81,130 अप्रेल में 7,07,53,090 मई में 4,12,76,990 जून में 7,66,04,100 और 23 जुलाई तक 7,56,87,820 वैक्सीन की डोज मुहैया करवाई.

राजस्थान में ऐसी है स्थिति-

7.5 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले राजस्थान में 56% से ज्यादा लोगो को अब तक वैक्सीन का इंतजार है, यहाँ 31 जुलाई तक कुल 3 करोड़ 28 लाख 10 हजार 318 ( 2,52,81,101 को फर्स्ट & 75,29,217 को दोनों) वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है.

राजस्थान में हेल्थ केयर वर्कर को कुल 9 लाख 85 हजार 149 (5,54,561 को फर्स्ट & 4,30,588 को दोनों), फ्रंट लाइन वर्कर को कुल 12 लाख 04 हजार 21 (7,02,099 को फर्स्ट & 5,01,922 को दोनों), 18 से 44 वर्ष आयु वाले ग्रुप में 1 करोड़ 16 लाख 25 हजार 618 (1,07,59,786 को फर्स्ट & 8,65,832 को दोनों), 45 से 59 वर्ष आयु वाले ग्रुप में 98 लाख 26 हजार 969 (70,66,693 को फर्स्ट & 27,60,276 को दोनों) एवं 60+ वर्ष आयु वाले ग्रुप में 91 लाख 68 हजार 561 (61,97,962 को फर्स्ट & 29,70,599 को दोनों) वैक्सीन की डोज़ लगी है.राजस्थान को जनवरी में 12,66,000 फ़रवरी में 11,30,840 मार्च में 59,43,670 अप्रेल में 52,71,850 मई में 35,08,300 जून में 40,74,990 और 23 जुलाई तक 46,96,580 वैक्सीन की डोज केंद्र से प्राप्त हुई है. 

वेक्सिनेशन की बढ़ानी होगी रफ़्तार-

 तीसरी लहार आने को है और सात महीने बीतने पर भी हम आधी आबादी को टीके नहीं लगा पाए. यह चिंताजनक है. मात्र 7.5% आबादी का ही वेक्सिनेशन अब तक पूरा हो पाया है जबकि युवाओ की बात करे तो यह आंकड़ा बहुत ही कम है. सरकार को टीके लगाने की रफ़्तार में तेजी करनी चाहिए ताकि जल्द से जल्द लोगो का टीका करण पूरा हो सके और वो कोरोना वायरस से बच सके. यदि इसी गति से टीके लगाए गए तो तो देश में कई लोगो को सम्पूर्ण टिका करण होने से पूर्व ही बूस्टर डोज की जरुरत पड़ने लग जाएगी और सरकार को उसका इंतजाम भी करना पड़ेगा. साथ ही दूसरी डोज के ऊपर सरकार को अधिक फोकस करना चाहिए ताकि प्रथम डोज का असर खत्म होने से पहले ही दूसरी डोज लोग ले सके.इसके अलावा अभी तो बच्चो का वेक्सिनेशन भी शुरू होना बाकि है.

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