अक्सर लोग किस्मत को दोष देते है लेकिन जो मिला है उसमे सुख नहीं ढूंढते, यदि वो जो मिला है उसी को जबरदस्त करने में पूरी शिद्दत से लग जाये तो जीवन शानदार हो जायेगा. हम विधाता के लेख को नहीं बदल सकते लेकिन जो लिखा है उसी से जिंदगी को बेहतरीन बना सकते है. इसके लिए एक कहानी बताता हूँ. उम्मीद करता हूँ आपको कहानी जरूर पसंद आएगी. एक गांव में दो भाई थे उनके पिताजी एवं माताजी का देहांत बचपन में हो गया था. अब दोनों भाई अपनी खेती बाड़ी संभाल कर जीवन यापन कर रहे थे.एक दिन गांव में एक बनिए ने साप्ताहिक जी बिठाई जिसमे सिद्ध महात्मा आये.रोजाना कथा पूरी होने के बाद भोजन प्रसादी के लिए पूरा गांव आया करता था. दोनों भाई भी उस प्रसादी में भोजन ग्रहण करने पहुंच जाते. एक दिन बड़े भाई की तबियत ख़राब होने के कारण वो खेत में नहीं जा पाया. घर पर अकेला रहने से अच्छा उसने सोचा चलो आज साप्ताहिक जी सुन लेते है और फिर भोजन करके घर आ जाएंगे. वो कथा पंडाल में कथा सुनने पहुंच गया. कथा सुनने के बाद बड़े भाई के हृदय में अपार परिवर्तन हुआ और वो भाव भक्ति में लीं रहने लगा. अब उसको खेती बाड़ी करना पसंद नहीं था एक दिन उसने छोटे भाई...